Skip to main content

माया को नए गांव में उम्मीद दिखती है- (भाग 2);STORIES; stories for kids; Hindi Kahaniya;English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

माया को नए गांव में उम्मीद दिखती है- (भाग 2);STORIES; stories for kids; Hindi Kahaniya;English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

>>>"माया की अपने गाँव की लालसा"-( भाग 1)👈(यहाँ click करें )


👉माया को नए गांव में उम्मीद दिखती है - भाग 2

विवरण (DISCRIPTION): यह कहानी माया के बारे में है जो एक सुपर हीरो बनना चाहती है। अपने गाँव से एक नए स्थान पर उसका जाना, उसे वह सब फिर से बनाने की इच्छा रखती है जो वह खो रही थी । उसे हासिल करने का उसका दृढ़ संकल्प उसे उसके सपने के करीब ले जाता है। माया किसके लिए सुपर हीरो बनना चाहती है और वह क्या कर रही है, यह जानने के लिए कहानी पढ़ें!

एक दिन माया स्कूल से आई। वह अपने घर के बाहर बैठी आसमान की ओर देख रही थी। तभी उसने आसमान में इतने सारे पक्षी देखे। उसने अपनी माँ से पूछा - "आज इतनी सारी चिड़ियाँ कैसे हैं?"

         माया को नए गांव में उम्मीद दिखती है - भाग 2

माँ ने उत्तर दिया कि ये प्रवासी पक्षी हैं और ये एक स्थान से दूसरे स्थान पर भ्रमण करते हैं। "ओह!" माया ने उत्सुकता से अपनी माँ की बात सुनते हुए कहा। जब उसके पिता कार्यालय से आए, तो वह उनके पास दौड़ी और उसने उन प्रवासी पक्षियों के बारे में बताया जो उसने देखे थे। वह रोने लगी, कि उसे अपने गाँव की बहुत याद आती है और उसने अपने पिता से अनुरोध किया कि क्या वे वापस जा सकते हैं !!
पिताजी को भी बुरा लगता है और कहते हैं-"सॉरी माया! हम वहां वापस नहीं जा सकते।” अगले दिन माया के पापा पास के एक शहर में गए और एक पिंजरे में 4 चिड़िया खरीद लाए।

माया को नए गांव में उम्मीद दिखती है - भाग 2

माया बहुत खुश हुई और वह पक्षियों के साथ खेलने लगी, उन्हें दाना खिलाती रही और दिन भर बस उनके पास बैठी रही। एक शाम जब उसने पिंजरा खोला तो पक्षी पूर्व दिशा में उड़ गए। वह रो पड़ी। वह अपनी माँ के पास गई और पूछा- "पक्षी क्यों उड़ गए और कहाँ चले गए?"


उसकी माँ ने उत्तर दिया कि वे जंगल की ओर उड़ गए! माया ने पूछा "क्यों?" माँ ने उत्तर दिया- “क्योंकि वे वहीं रहते हैं। वहाँ बहुत सारे पेड़ हैं, वे खाने के लिए फल लाते हैं, और वहाँ गर्मी नहीं होती।” हालांकि माया नहीं मानी। उस दिन वह रोती हुई सो गई।

माया को नए गांव में उम्मीद दिखती है - भाग 2




माया को नए गांव में उम्मीद दिखती है - भाग 2

माया नींद में थी, तभी उसके सपने में एक परी आई और उसने पूछा, "माया, तुम क्या चाहती हो प्रिये? "
माया कहती है- “मैं अपने गाँव वापस जाना चाहती हूँ। " परी जवाब देती है, “मैं ऐसा नहीं कर सकती। लेकिन यहाँ एक डिब्बा है, जो आपके गाँव को यहाँ ला सकता है! " माया पूछती है, "क्या? वास्तव में?". वह उत्साह में बॉक्स खोलती है , यह बीजों से भरा है! परी माया को सूचित करती है कि जब भी आवश्यक हो वह उन्हें भोजन और पानी प्रदान करे और कुछ ही समय में उसे अपना गाँव मिल जाएगा। फिर माया उठती है!

              >माया का दृढ़ निश्चय - भाग 3

>>>माया को नए गांव में उम्मीद दिखती है- (भाग 2);STORIES; stories for kids; Hindi Kahaniya;English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

Comments

Popular posts from this blog

Safar:Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

Safar:Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen                                     " Safar" Safar:Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen Khaamoshi sa khatam hota jata hai ye safar......... Udti dhool mein dhundhla sa jaata hai ye safar............... Ghadi ki tick-tick sa khat-khatata hai ye safar........... C h alti sadhakon sa lamba hota jata hai ye safar. ................ Utarti papdi sa sis-kisata hai ye safar................. Tej hawa sa udaa le jata hai ye safar........................ Ped ke neeche sa, soona hai ye safar.................  Kabhi baithoon toh rulata sa hai ye safar.................... Mujhe toh bus is safar se mohabbat hai .................. Bus ab aur kuch na kahun, itna hi, pyaara sa hai ye safar.......... >>> Safar:Poem(Shayari),English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

खास के खोने का एहसास:Poem(Shayari); feeling emotional poem; English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

"खास के खोने का एहसास":Poem(Shayari); feeling emotional poem; English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen  "खास के खोने का एहसास" 🙇 खास के खोने का एहसास चल रही थी जिंदगी मेरी  सभी की तरह पर डर नही था ...मुझे... किसी खास के खोने का अच्छा हम ढूंढ लेते थे  बुरा हम लगाते नही  ज्यादा कुछ चाहा नही कम भी इतना मिला नही चल रही थी जिंदगी मेरी  सभी की तरह पर डर नही था ...मुझे... किसी खास के खोने का सीख रहे थे सिर्फ पढ़ना और लिखना बनने जैसा कुछ पढा नही याद सिर्फ वही करते जो हमे याद रहा नही चल रही थी जिंदगी मेरी  सभी की तरह पर डर नही था ...मुझे... किसी खास के खोने का नानी  की कहानी -दादी की कहानी सुनी तो बहुत..... एक था राजा एक थी रानी दोनो मर गए खत्म कहानी  पर सुनकर डर लगा तो नही चल रही थी जिंदगी मेरी  सभी की तरह पर डर नही था ...मुझे... किसी खास के खोने का To be.............. खास के खोने का एहसास

"Tip tip karti baarish": Baarish Poem; English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen

"Tip tip karti baarish": Baarish Poem; English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen "Tip tip karti baarish" 🌧 "Tip tip karti baarish" Tip tip karti baarish Boond boond tum barasti ho Upar se tum aati ho Aur is dharti mein mil jaati ho Sugandh tumahri boodoon ki Sukhi mitti mein jo ghulti ho Baithi oonchi imartoon se Jaa dharti se mein mil jaati hun Chuu kar tumko khud se mein milti hun Gale laga lun tumko hur din Bus yahi Sapna silti bunti hun "Tip tip karti baarish" Nikal bahar punkh faila kar Udti udti si mein phirti hun Jaan liya tumko Meine Aaj phir yahi baat samujhti hun Vapas tum jo aaogi pass sada reh jaogi Abki bari jub aogi Baarish… Tip tip karti baarish >>>""Tip tip karti baarish": Baarish Poem; English-Hindi (Hinglish) Poetry aur Kavitayen